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भूमिगत पानी का साधन
भूमिगत पम्प, बोरिंग, टैंक, नल, कुँआ इत्यादि सभी भूमिगत पानी के साधनों के अन्र्तगत आते हैं। यह आपकी जिन्दगी में अचानक फेर-बदल कर सकते हैं।
भवन का ऊँचा या नीचा होना
किसी भी भवन में कौन सा हिस्सा ऊँचा या नीचा हो, यह हमारी जिन्दगी में काफी भूमिका निभाता है। ऊँचा या नीचा हिस्सा करने से...भवन में खुला स्थान
हमेशा ही भवन में खुली जगह छोड़ी जाती है ताकि घर हवादार बना रहे व सूर्य की रोशनी आ सके। उत्तर दिशा में खुली जगह...घर का मुख्य द्वार (Main Gate of a House)
1. उत्तर दिशा का भवन पहली वरियता: उत्तर-पूर्व - बहुत अच्छा है।दूसरी वरियता: उत्तर - बहुत अच्छा है।तीसरी वरियता: उत्तर-पश्चिम - इस दिशा में मुख्य द्वार अच्छा है। यह...भूखण्ड की दिशा
भूखण्ड की सभी दिशाएं अच्छी होती हैं। उनकी अपनी-अपनी एक पहचान है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार कुछ उच्च दिशाएं जैसे कि उत्तर, उत्तर-पूर्व व पूर्व...भूखण्ड का चयन (Selection of a plot)
भवन निर्माण के लिए भूखण्ड हमेशा ही वर्गाकार या आयताकार होना चाहिए। किसी भी दिशा से कोई कोना बढ़ा या कटा हुआ नही होना चाहिए।...टी- पांईंट (T-point)
घर के सामने से आने वाली गली से टी-पांईंट बनता है। केवल उत्तर, उत्तर-पूर्व व पूर्व दिशा के टी-पांईंट ही अच्छे होते हैं। इनका विवरण इस प्रकार...भवन सामग्री उतारना
भूखण्ड में भवन निर्माण में उपयुक्त होने वाली सामग्री को उतारने के लिए दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम व पश्चिम दिशाएं हैं। किसी भी कीमत पर भवन निर्माण...चार दिवारी बनाना
भवन की नींव की खुदाई के विपरीत दक्षिण-पश्चिम से नींव भरनी शुरू करनी चाहिए। अन्यथा आपके साथ उपर वर्णित समस्याएं आ सकती हैं। 1. सबसे पहले...भू-खण्ड की नींव की खुदाई
हमेशा ही भूखण्ड की नींव की खुदाई उत्तर-पूर्व से शुरू करनी चाहिए व दक्षिण-पश्चिम में समापन करना चाहिए। ऐसा करने से घर बनाने में बाधाएं...Log in
Featured author
Dr. K.L. Dahiya
Veterinary Surgeon, Department of Animal Husbandry & Dairying, Haryana - India